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जातक कथा संग्रह

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मेहनत न करने का फल  एक किसान था ।  वह खेती करने के लिए दो बैल पालता था । वह बैल खेती में बड़ी मेहनत करते थे । पर किसान उन दोनों का  कुछ खास ख़याल नहीं रखता था । उन दोनों के लिए बस कुछ सुखी घास डालता था । बहुत दिन ऐसे ही बिताने के बाद एक बैल दूसरे से बोला | " हम इतनी मेहनत करते है और किसान हमें खाने के लिए सिर्फ कुछ सुखी घास और रहने के लिए यह गंदी सी जगह का ही इंतज़ाम कर पाया है । मैं तो इस फ़िजूल की मेहनत से परेशान हो गया हुं ।  हम दोनों से अच्छा तो उस किसान के सुवर है जो बिना कुछ किये दिन रात बहुत दिनों से अच्छा खाना खा रहे है । किसान उनका कितना ख्याल रखता है । " यह बात सुनकर दूसरे बैल ने उसे कुछ दिन और रुकने के लिए कहता है । एक दिन किसान घर जल्दी आ जाता है । उसके साथ कुछ मेहमान भी होते है । दरअसल किसान उनको अपनी बेटी के लिए रिश्ता तय करने के लिए घर बुलाता है । रसोई घर में महिलाये जोरो से काम की तैयारी कर रही होती  है । कुछ ही देर में किसान बाहर आता है और सुवरो को मुक्त करके उनका गला काट देता है । यह सारी घटना देखकर बोधिसत्व बैल पहले ...

व्यक्ति चार प्रकार के

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एक बार बुद्ध उपदेश के लिए बहुत दूर चलते हुवे एक गाव में पहुँच कर कुछ समय विश्राम के लिए ठहरे हुवे थे । तब यह बात गाव में फेल गयी । तभी एक बुजुर्ग इंसान ने बुद्ध से मिलने की ठानी । बुद्ध से मिलने के बाद उसने बुद्ध से पूछा " ये महान व्यक्ति जरा मुझे यह बताइये की इस दुनिया में सबसे श्रेष्ठ इंसान कोण है ?"  तब भगवान बुध ने कहा " हे सज्जन पुरुष, वैसे किसी एक व्यक्ति का नाम बताना तो मुश्किल है , पर इतना ज़रूर बता सकता हुं की दुनिया में चार प्रकार के इंसान होते है । पहले प्रकार का इंसान जो नहीं खुद के लिए जीता है , न ही औरो के लिए ।  वह एक चिता के समान है क्योंकि वह किसी काम नहीं आता , और एक दिन ऐसे ही शरीर त्याग देता है । दूसरे प्रकार का इंसान जो दुसरो के लिए जीता है और खुद के प्रति उपेक्षा से जीता है । वह पहले प्रकार के इंसान से अच्छा जीवन जीता है ।  वह खुश नहीं होता पर थोड़े ही संतोष के साथ जीता है । तीसरे प्रकार का इंसान सिर्फ खुद के लिए जीता है , औरो के प्रति वह उपेक्षा की भावना से जीता है । वह खुश रहता है मगर पुण्य नहीं कम पाता । चौथे प्रकार का इंस...